छत्तीसगढ़ के नामी कलाकार डॉ अजय सहाय को हम अनोखे कलाकार इसलिए कह रहे क्योकि वे सदाबहार हैं. सभी प्रकार के रोल वे बखूभी निभाते हैं. कभी भिखारी, कभी किसान, कभी पागल, कभी इन्स्पेक्टर, कभी नेता, कभी विलेन तो कभी मुनीम। सभी रोल में हम उन्हें देख चुके हैं. ये चित्र हैं उनकी एक अनाम फिल्म की जिसकी शूटिंग अभी चल रही है. इस फिल्म में वे चन्द्रभान सिंह ठाकुर की भूमिका में है. दाऊ चंद्रभान क़ाफी अनुशासित व्यक्ति हैं. इस भूमिका को भी वे जीवंत बनाये हुए हैं.
डॉ अजय सहाय इसलिए भी अनोखे हैं क्योकि वे सिर्फ कलाकार ही नहीं, नायक, खलनायक, लेखक, निर्देशक साहित्यकार, कवि, रंगकर्मी, पटकथा जैसे अनेक कलाओं में पारंगत भी हैं। इन दिनों अपने दर्जन भर फिल्मो के रिलीज ना होने से काफी आहत हैं फिर भी वे लगातार फिल्मे कर रहे हैं . व्यस्तता इतनी ज्यादा है कि उन्हें कई फिल्में छोडऩी पडी है. छत्तीसगढ़ी फिल्मों का वे एक आधार स्तम्भ है। उन्होंने एक नहीं कई भाषाओं की फिल्मो में अभिनय कर सबके सामने एक चुनौती पेश की है। जितने अच्छे वे मधुमेह व् हृदयरोग विशेषज्ञ है उतने ही बेहतर कलाकार है। छालीवुड पर हर भूमिका में एकछत्र राज कर रहे हैं और अपने अभिनय का लोहा मनवा रहे है। हम उन्हें अवार्डों के बादशाह भी कहते हैं। विभिन्न कलाओं और समाजसेवा में उनके नाम 150 से अधिक अवार्ड है. सतीश जैन की हंस झन पगली फंस जाबे, प्रेम चन्द्राकर की लोरिक चंदा, जेठू साहू की सॉरी लव यू, गणेश मेहता की 4 फंटूश (हिंदी), राठौर निर्मित साउंड ऑफ वाटर (हिंदी) उनकी हालिया अभिनीत फिल्में है। हिन्दी धार्मिक फिल्म भक्त माँ कर्मा, अंधियार, कहर जैसी फिल्मों के प्रदर्शित होने का उन्हें ब्रेसब्री से इंतजार है।
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