उषा विश्वकर्माछत्तीसगढ़ी फिल्मों की अदाकारा उषा विश्वकर्मा इन दिनों अपनी आगामी 11 फिल्मों के रिलीज होने का इंतजार कर रही हैं। अब तक उषा ने तमाम तरह के किरदार परदे पर निभाए हैं। कुल 24 फिल्में आ चुकी हैं। ज्यादातर में उन्होंने मां का किरदार किया, लेकिन कॉमेडी में भी वे कम नहीं हैं। उषा का एक सपना अब भी बाकी है, वो ये कि हिंदी फिल्म उमराव जान में अभिनेत्री रेखा ने जो भूमिका की थी, वही उषा का ड्रीम रोल है।
रविवार, 3 जून 2018
रेखा जैसी रोल करना चाहती है उषा विश्वकर्मा
उषा विश्वकर्माछत्तीसगढ़ी फिल्मों की अदाकारा उषा विश्वकर्मा इन दिनों अपनी आगामी 11 फिल्मों के रिलीज होने का इंतजार कर रही हैं। अब तक उषा ने तमाम तरह के किरदार परदे पर निभाए हैं। कुल 24 फिल्में आ चुकी हैं। ज्यादातर में उन्होंने मां का किरदार किया, लेकिन कॉमेडी में भी वे कम नहीं हैं। उषा का एक सपना अब भी बाकी है, वो ये कि हिंदी फिल्म उमराव जान में अभिनेत्री रेखा ने जो भूमिका की थी, वही उषा का ड्रीम रोल है।
युवाओं के लिए रोल मॉडल है मोना सेन
छत्तीसगढ़ की जानी मानी फिल्म कलाकार, गायिका मोना सेन आज किसी परिचय का मोहताज नहीं है. गाँव- गाँव, शहर- शहर सभी जगह उनका डंका बजता है. ऐसा कोइ नारी सम्मान नहीं है जो उन्हें ना मिला हो. यही कारण है की उन्हें छत्तीसगढ़ की लाडली बेटी कहा जाता है. मोना सच में छत्तीसगढ़ की शान है. फिल्मो में धूम मचाने के बाद वे समाज सेवा में आई और कई बच्चों को गोद लेकर उनकी पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था की.अब वह अपनी समाज की सेवा में जुटी हुई है. छत्तीसगढ़ी फिल्मों की सुपर स्टार मोना सेन बच्चों में काफी लोकप्रिय है। वे जहां भी जाती है लोग उन्हें घेर लेते हैं।
मोना कहती है कि समाजसेवा करने करने से उन्हें बहुत ही सुकून मिलता है। भविष्य में वे उन क्षेत्रों में जाएंगी जहां सरकारी मिशनरी नहीं पंहुच पाई है। मोना एक ऐसी अभिनेत्री है जिसका जलवा आज भी छत्तीसगढ़ के गाँवों में देखने को मिलता है। उन्हें तमाम सम्मान मिल चुका है कौशिल्या माता सम्मान , मिनीमाता सम्मान , नारी शक्ति सम्मान प्राइड आफ छत्तीसगढ़, बेस्ट एंकर आफ छत्तीसगढ़, वीरांगना सम्मान मप्र शासन सहित उनके पास अनगिनत सम्मान प्राप्त है। इस साल उन्हें छॉलीवुड स्टारडम ने पॉपुलर एक्ट्रेस आफ छत्तीसगढ़ अवार्ड से सम्मानित किया है. अभी हाल ही में राजनांदगांव खैरागढ़ सहित कई सभाओं में सांसद अभिषेक सिंह और विधायक सावलराम डहरिया ने उन्हें छत्तीसगढ़ की बेटी और छत्तीसगढ़ की शान कहकर उनका मान बढ़ाया है. मोना सेन आज युवाओं ले लिए रोल मॉडल है. वे कहती है कि कोइ भी काम संभव नहीं होता। बस मन में लगन और दृढ़ इच्छा होनी चाहिए। हमने कर्म को महत्त्व दिया और सफलता हमारे साथ चली आई। इसलिए युवा काम को प्राथमिकता दे और हर काम लगन से करें उन्हें कामयाबी जरूर मिलेगी।
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